भारत माता का मंदिर
मैथिली शरण गुप्त
1.
भारत माता के मंदिर में किसका
संवाद होता है ? उतर :- भारत माता के
मंदिर में क्षमता ,ममता और समता तीनों का संवाद होता है ।
2.
‘ईसा ‘ किस धर्म के संस्थाक थे ? उतर :- ईसाई
धर्म ।
3.
‘मिला सत्य का हमे पुजारी ‘
किसे कहा गया है ? उत्तर:- महात्मा गांधी को ।
4.
‘अजात शत्रु ‘ बनने के लिए क्या
आवश्यक है ? उतर :- अजातशत्रु
बनने के लिए सबसे पहले सबको मित्र बनाना होगा ।
5.
भारत माता का मंदिर कविता के
कवि कौन है ? उत्तर :- मैथिलीशरण गुप्त ।
6.
मैथिलीशरण गुप्त का जन्म कब और
कहां हुआ ? उत्तर :- 3 अगस्त
1886 ई0 में उत्तर प्रदेश में झांसी जनपद के चिरगांव नामक गांव में इनका जन्म हुआ
था |
7.
मैथिलीशरण गुप्त के पिता का
क्या नाम था ? उत्तर :- सेठ रामचरण |
8.
मैथिलीशरण गुप्त जी किसे अपना
काव्य गुरु मानते थे ? उत्तर:- महावीर प्रसाद द्विवेदी
9.
विषाद का क्या अर्थ होता है ? उत्तर :- दुख ।
10.
मैथिलीशरण गुप्त की सर्वश्रेष्ठ
काव्य कौन सा है ? उत्तर:- साकेत ।
11.
आधुनिक युग के तुलसी किन्हे कहा
जाता है ? उत्तर:- मैथिलीशरण
गुप्त ।
12.
मैथिलीशरण गुप्त का स्वर्गवास
कब हुआ ? उत्तर:- 12 दिसंबर
1994 I
13.
भारत माता का मंदिर किसे कहा
गया है ? उत्तर:- भारतवर्ष को |
14.
भारत में किस बात का भेदभाव
नहीं है ? उत्तर :- भारत में
जाति धर्म संप्रदाय का कोई भेदभाव नहीं है l
15.
तीर्थ किसे कहते हैं ? उत्तर :- पवित्र
स्थल को तीर्थ स्थल कहते हैं । कवि नहीं हृदय को तीर्थ स्थल माना है |
16.
भारत के लोग किस के अनुयाई हैं ? उत्तर :- महात्मा
गांधी ।
17.
भाई भाई आपस में क्या बांटते
हैं ? उत्तर :- हर्ष और विषाद / सुख और दुख
बोध मूलक प्रश्न
1:- भारत माता का मंदिर कविता
में रचनाकार ने भारतीयों से क्या अपेक्षा की है?
उत्तर:- प्रस्तुत कविता में कवि
मैथिलीशरण गुप्त भारत वासियों से यह अपेक्षा की है कि वे सभी धर्म संप्रदाय का
आदरपूर्वक स्वागत करें। सभी का सम्मान करें, दुश्मनी
छोड़कर आपस में प्रेम बनाकर रहे। सबको अपना मित्र बनाएं और एक आदर्श चरित्र का
निर्माण करें। सभी अपने देश के लिए विजय की घोषणा करें और आपस में भाईचारे को
महत्व दें। दुःख-सुख में एक दूसरे का साथ
दें तथा सबकी मदद करें।
2:- भारत माता के की क्या
विशेषता है?
उत्तर:- भारत माता के मंदिर में
सबको समान अधिकार प्राप्त है। यहां पर किसी को छोटा या बड़ा नहीं समझा जाता। यहां
पर सभी को वरदान तथा प्रसाद प्राप्त होता है। भारत माता के मंदिर में जाति धर्म
संप्रदाय को लेकर भेदभाव नहीं होते। यहां पर विविध संस्कृतियों की विशेषताओं को
महत्व दिया गया है। भारतवासी किसी से शत्रुता नहीं करते बल्कि प्रेम बांटते हैं।
भारत माता के पावन मंदिर में अपने हृदय को पवित्र बनाने और सभी को मित्र बनाने की
प्रेरणा मिलती है। भारत माता के इस पवित्र आंगन में भाईचारे की भावना और दूसरों के
दुःख सुख में – शामिल हो जाना यही भारत माता के मंदिर की विशेषता है ।
3:- “भिन्न-भिन्न भव
संस्कृतियों के गुण गौरव का यहां” के माध्यम से क्या संदेश देने की कोशिश की गई है?
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति के
माध्यम से कवि ने यह संदेश दिया है कि कि भारतवर्ष में सभी संस्कृतियों का समावेश
है। कवि कहना चाहते हैं कि हमें जाति धर्म संप्रदाय की भेदभाव की भावना को त्याग
कर भारतीय संस्कृति की रक्षा तथा उसका प्रचार करना चाहिए। भारत एक ऐसा देश है जहां
विभिन्न संस्कृतियों का समन्वय है । भारत की एकता का यही मूल सूत्र है।
4:- “एक साथ मिल बैठ बांट लो, अपना हर्ष विषाद यहां “ का भाव स्पष्ट कीजिए?
उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति में
कभी हमें प्रेरणा देते हैं कि भारत माता के इस पवित्र मंदिर में हम सब बैठकर सच्चे
भाईचारे के कर्तव्य का पालन करें तथा एक दूसरे को अपना मित्र समझें। एक साथ बैठकर
अपने दुःख सुख को मिलकर बांटे। एक दूसरे के दुःख सुख में साथ दें तथा सभी के – साथ
सहानुभूति की भावना रखें।
भाषा बोध
1.
निम्नलिखित सामानोंच्चरित
शब्दों का अंतर बताएं ।
प्रासाद = बहुत बड़ा महल ।
प्रसाद = मंदिर में चढ़ाए जाने वाला वस्तु ।
बाट = रास्ता ।
बॉट = बांटना ।
बेर = एक प्रकार का फल ।
बैर = दुश्मनी ।
मुक्त = स्वतंत्र / किसी प्रकार के बंधन में न रहना
।
मुक्ति = छुटकारा / स्वतंत्रता
।
भव = संसार ।
भाव = विचार ।
2.
इक , इत , ई प्रत्यय जोड़कर
विशेषण बनाइए ।
धर्म = धर्म + इक = धार्मिक
संप्रदाय = संप्रदाय + इक =
संप्रदायिक
हर्ष = हर्ष + इत = हर्षित
प्रेम = प्रेम + ई = प्रेमी
उन्माद = उन्माद + ई = उन्मादी
Note :-
1.
उपसर्ग किसे कहते है ?
उत्तर:- जो शब्दांश शब्द से पहले लगकर उसके अर्थ
को बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं; जैसे
स्व + तंत्र = स्वतंत्र,
निः + बल = निर्बल
स + पूत = सपूत,
सु + कुमार = सुकुमार
2.
प्रत्यय किसे कहते हैं ?
3त्तर :- जो शब्दांश शब्द से अंत में लगकर उसके अर्थ को बदल देते हैं,वह प्रत्यय कहलाते हैं; जैसे :-
पढ़ + आई = पढ़ाई
लिख + आई = लिखाई
सज + आवट = सजावट
मीठा + आई = मिठाई
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